रबी की दलहनी फसलों में मसूर का प्रमुख स्थान है। मसूर की खेती (Lentil Farming) सभी प्रकार की मिट्टी, परिस्थितियों और असिंचित क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की जा सकती है। मसूर का उपयोग दाल, नमकीन एवं अन्य खाद्य पदार्थों के अतिरिक्त मवेशियों के दाना व चोकर के रूप में किया जाता है। मसूर (Lentil) की दाल…;[Read More]
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Pea Cultivation in Hindi: जानें मटर की खेती कैसे करें
विश्व की एक महत्वपूर्ण फसल मटर को दलहन की रानी की संज्ञा दी जाती है। मटर की खेती (Pea Farming) हरी फली, साबुत मटर तथा दाल के लिए की जाती है। मटर की हरी फलियाँ सब्जी के लिए तथा सूखे दानों का उपयोग दाल और अन्य भोज्य पदार्थ तैयार करने मे किया जाता है। हरी…;[Read More]
Chickpea Cultivation in Hindi: चना की खेती कैसे करें
Gram Farming: चना रबी ऋतु ने उगायी जाने वाली महत्वपूर्ण दलहन फसल है। विश्व के कुल चना (Chickpea) उत्पादन का 70 प्रतिशत भारत में होता है। चने में 21 प्रतिशत प्रोटीन, 61.5 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट तथा 4.5 प्रतिशत वसा होती है। इसमें कैल्शियम, आयरन व नियासीन की अच्छी मात्रा होती है। चने का उपयोग इसके दाने…;[Read More]
Oats Farming in Hindi: जानिए जई की खेती कैसे करें
Oats Cultivation: जई चारे की एक आदर्श फसल है जो दिसम्बर से मार्च तक हरा चारा मुहैया कराती है। बहु कटाई और अधिक उपज के साथ-साथ जई (Oats) एक उच्च गुणवत्ता वाला स्वादिष्ट तथा पौष्टिक चारा है। हमारे देश में जई की खेती (Oats Farming) अधिकतर सिंचित दशा में की जाती है, किंतु मध्य अक्टूबर…;[Read More]
Rabi Maize Farming: शरद ऋतु में मक्का की खेती कैसे करें
रबी मक्का (Rabi Maize) की खेती उत्तर और पूर्वी मैदानी क्षत्रों में की जाती है। देश के अन्य भागों में भी इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है। इस मौसम में फसल की अधिक अवधि होने के कारण पैदावार भी खरीफ की अपेक्षा 20-30 प्रतिशत ज्यादा होती है और शरदकालीन मक्का (Rabi Maize) में कीटों…;[Read More]
Barley Farming in Hindi: जानें जौ की खेती कैसे करें
विश्व के विभिन्न भागों में जौ की खेती (Barley Farming) पुराने समय से ही की जा रही है। अन्य रबी फसलों के मुकाबले जौ की खेती मौसम की विपरीत परिस्थितियों जैसे- सूखा, कम उपजाऊ मिट्टी तथा हल्की लवणीय और क्षारीय भूमि पर उत्पादन के लिए अधिक सक्षम है। भारत के अधिकांश राज्यों में जैसे राजस्थान,…;[Read More]
Kathiya Wheat Farming: ड्यूरम गेहूं की खेती कैसे करें
आधुनिक सामाजिक परिवेश में कठिया (ड्यूरम) गेहूं (Kathiya Wheat) अपने खास गुणों, पौष्टिक तत्त्वों तथा अनेक प्रकार के उत्पाद बनाने में प्रयुक्त होने से अधिक महत्त्वपूर्ण हो गया है। कठिया गेहूं (Kathiya Wheat) के दाने साधारण गेहूँ के मुकाबले अधिक कठोर, बड़े, अर्द्ध- पारदर्शी, सुनहरे होते हैं तथा इसमें ग्लूटन की सबलता भी अधिक होती…;[Read More]
Zero Tillage विधि का उपयोग करके गेहूं की खेती कैसे करें
Zero tillage wheat farming in Hindi: अधिकतर धान फसल की कटाई के उपरान्त उसी खेत में गेहूं की बिना जुताई सीड ड्रिल द्वारा बुआई करने की विधि को गेहूं की जीरो टिलेज तकनीक कहते हैं। जिससे उर्वरक और बीज एक साथ प्रयोग किये जा सकते है। जिन क्षेत्रों की मिट्टी भारी होने के कारण निम्न…;[Read More]
Wheat Varieties in Hindi: जानिए गेहूं की उन्नत किस्में
समस्त खाद्यान्नों में गेहूं (Wheat) का प्रमुख स्थान है। गेहूं की अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए संस्तुत उन्नत किस्मों (Varieties), गुणवत्ता बीज और उचित फसल प्रबन्धन अपनाना चाहिए। गेहूँ के उत्पादन को बढ़ाने में गेहूं की उन्नत किस्में (Wheat Varieties) जो कि अधिक पैदावार की क्षमता से युक्त हैं और रोग रोधी हैं, का…;[Read More]
Wheat Farming in Hindi: जानिए गेहूं की खेती कैसे करें
गेहूं (Wheat) भारत की एक महत्वपूर्ण खाद्यान्न फसल है। भारत के 13 प्रतिशत फसली क्षेत्र में गेहूँ उगाया जाता है। धान के बाद गेहूं देश की सबसे महत्त्वपूर्ण अनाज वाली फसल है और भारत के उत्तर और उत्तरी पश्चिमी प्रदेशों के लोगों का मुख्य भोजन है। भारत की खाद्य सुरक्षा और संप्रभुता की दृष्टि से…;[Read More]