
Sewan Grass Farming in Hindi: सेवन घास, जो अपने हरे-भरे पत्तों और मजबूत प्रकृति के लिए जानी जाती है, एक बहुमुखी पौधा है, जिसकी भारत में विभिन्न उद्देश्यों के लिए व्यापक रूप से खेती की जाती है। सेवण घास का आवरण रेतीले मैदानों, टीलों एवं उबड़-खाबड़ जमीन में अच्छी तरह से पनपता है । यह घास एक बारहमासी घास है जो 20 साल तक जीवित रह सकती है।
पोषक तत्वों के स्रोत के रूप में सेवण घास दुधारू पशुओं के लिए वरदान है। सेवण को काटकर ‘हे’ व साईलेज बनाकर पोषक तत्वों में कमी लाए बिना कई वर्षों तक उपयोग में लिया जा सकता है। यह लेख सेवन घास (Sewan Grass) की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी की आवश्यकताओं, खेती के चरणों, कटाई की तकनीकों और सेवन घास के आधुनिक अनुप्रयोगों और सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी देता है।
सेवण घास के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable climate for Sewan grass)
सेवण घास (Sewan Grass) की खेती के लिए शुष्क और अर्ध-शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त होती है, जहां वार्षिक वर्षा 250 मिमी से कम हो। यह घास उन क्षेत्रों में आसानी से उगती है जहाँ तापमान अधिक होता है।
सेवण घास के लिए भूमि का चयन (Land selection for Sewan grass)
सेवण घास (Sewan Grass) के लिए भूमि का चयन करते समय, शुष्क और कम वर्षा वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह घास रेतीली और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से उगती है, जहां वार्षिक वर्षा 250 मिमी से भी कम हो और तापमान अधिक हो।
सेवण घास के लिए खेत की तैयारी (Field preparation for Sewan grass)
सेवण घास (Sewan Grass) के लिए खेत की ग्रीष्मकालीन मानसून की वर्षा से पहले, अर्थात् जून महीने में खेत तैयार कर लें। खेत की अच्छी तरह से जुताई करें, ताकि मिट्टी ढीली हो जाए और हवा और पानी की आवाजाही अच्छी रहे। जुताई के समय खाद का प्रयोग करना भी उचित रहता है। समतल और तैयार खेत में बुआई करने से बीजों को वांछित गहराई और दूरी पर बोया जा सकता है।
सेवण घास की उन्नत किस्में (Advanced varieties of Sewan grass)
सेवण घास (Sewan Grass) की उन्नत किस्मो में काजरी – 30-5, काजरी – 317 काजरी – 319 और बीकानेरी सेवण आदि मुख्य है। जो काजरी (सेंट्रल एरिड ज़ोन रिसर्च इंस्टीट्यूट) जोधपुर द्वारा विकसित की गई हैं। ये किस्में गुणवत्तापूर्ण चारा प्रदान करती हैं और एक बार स्थापित होने पर वर्षों तक बनी रहती हैं।
सेवण घास की बुवाई का समय और बीज दर (Sowing time of Sevan grass and seed rate)
बुवाई का समय: बुवाई के समय मिट्टी में नमी की उपलब्धता का विशेष महत्व है। सेवण घास (Sewan Grass) की बुवाई का सबसे अच्छा समय बरसात का मौसम है, लेकिन फरवरी-मार्च में भी इसकी रोपाई की जा सकती है।
बीज की मात्रा: एक हैक्टेयर क्षेत्र में चारागाह स्थापित करने के लिए 6-7 किलोग्राम बीज पर्याप्त है। सेवण घास की बुवाई के लिए बीज और नम मिट्टी को 1:5 के अनुपात में मिलाकर बीज को इस प्रकार बोयें कि बीज पर कम से कम मिट्टी हो।
सेवण घास की बुवाई का तरीका (Method of sowing of Sewan grass)
सेवण घास (Sewan Grass) के बीजों की बुवाई आम तौर पर बीजों को छिड़काव करके या पंक्तियों में की जाती है। उच्च अंकुरण और उचित पादप संख्या के लिए पंक्ति बुवाई अधिक उपयुक्त होती है। कतार से कतार की दूरी 75-100 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 50-75 सेमी होनी चाहिए। उबड़-खाबड़ भूमि में अच्छा अंकुरण प्राप्त करने के लिए गोलियां बनाकर सेवण घास की बुवाई की जाती है।
गोलियां बनाने के लिए 100-125 ग्राम बीज को 3-3.5 किलो काली मिट्टी, 250 ग्राम रेत और 250 ग्राम सड़ी हुई गोबर की खाद में अच्छी तरह मिला लेते है। लगभग 4 मिमी व्यास की गोलियां हाथों या मशीन से बनाई जा सकती है। सेवण घास को चरागाहों से जड़ से उखाड़कर भी लगाया जा सकता है। रूट स्लिप को लगाने के लिए कतार से कतार की दूरी 75-100 सेमी रखें।
सेवण घास में पोषक तत्व प्रबंधन (Nutrient Management in Sewan Grass)
सेवण घास (Sewan Grass) की अच्छी फसल के लिए 40 किलो नाइट्रोजन और 20 किलो फास्फोरस प्रति हैक्टेयर पर्याप्त होता है। बुआई के समय 20 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर दें। सड़ी हुई गोबर की खाद 8-10 टन प्रति हेक्टेयर की दर से देने पर बढ़वार अच्छी होती है।
सेवण घास में सिंचाई प्रबंधन (Irrigation Management in Sewan Grass)
सेवण घास (Sewan Grass) में सिंचाई प्रबंधन के लिए, पहले साल बुआई के बाद, सिंचाई की आवश्यकता हो सकती है, खासकर यदि वर्षा कम हो। बाद के वर्षों में, यह मौसम और वर्षा की मात्रा पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत:, आवश्यकता के अनुसार सिंचाई की जा सकती है।
सेवण घास की कटाई और चराई (Harvesting and Grazing of Sevan Grass)
सेवण घास (Sewan Grass) आमतौर पर बरसात के मौसम में बोई जाती है। सूखा चारा प्राप्त करने के लिए 3-4 कटाईयां करनी चाहिए। पहली कटाई अगस्त के अंत में और दूसरी कटाई अक्टूबर-नवंबर के अंत में करनी चाहिए। तीसरी कटाई मार्च के अंत में की जानी चाहिए और जून के अंत में चौथी कटाई के लिए उपयुक्त है। घास रोपण के प्रथम वर्ष में चारागाह में पशुओं को चरने नही देना चाहिए। दूसरे वर्ष से नियंत्रित चराई, एवं वैकल्पिक चराई की जानी चाहिए।
सेवण घास की फसल से उपज (Yield of Sewan Grass Crop)
सेवण घास (Sewan Grass) का उत्पादन बारिश की उपलब्धता, मिट्टी के प्रकार और चारा काटने के प्रबंधन पर निर्भर करता है। सामान्य बारिश एवं उपजाऊ रेतीली मिट्टी से लगभग 80-100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर सूखा चारा पैदा किया जा सकता है। अल्प वर्षा की स्थितियों में सेवन घास के सूखे चारे का औसत उत्पादन 35-40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता है और अनुकूल परिस्थितियों में 20-25 किलोग्राम बीज उपज प्राप्त की जा सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न? (FAQs)
सेवण घास (Sewan Grass) एक बहुवर्षीय घास है, जो उत्तर-पश्चिम भारत और उत्तरी पाकिस्तान में पाई जाती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां 250 मिमी से कम वर्षा होती है। इसे सूक्ष्ण और अर्ध-सूक्ष्ण क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण चारा घास माना जाता है। यह पशुओं के लिए पौष्टिक और स्वादिष्ट आहार प्रदान करती है और शुष्क क्षेत्रों में आसानी से पनपती है।
सेवण घास (Sewan Grass) की खेती के लिए, पहले खेत को अच्छी तरह तैयार करें, खरपतवारों को हटा दें, और फिर बरसात के मौसम में बीज बोएं। बुआई के बाद, नियमित रूप से सिंचाई करें और खरपतवारों को नियंत्रित रखें। कटाई 90 दिनों के बाद शुरू की जा सकती है और पहले साल पशुओं को चरागाह में नहीं चराना चाहिए, बल्कि घास काट कर खिलाना चाहिए।
सेवण घास (Sewan Grass) की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय बारिश का मौसम या फरवरी-मार्च का महीना है। बुआई से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करें और खरपतवारों को हटा दें। 5-7 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर की मात्रा पर्याप्त होती है। आप बीजों को छिड़ककर या पंक्तियों में बो सकते हैं।
सेवण घास (Sewan Grass) की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय वर्षा ऋतु होती है, खासकर मानसून के दौरान। हालांकि, यह फरवरी-मार्च के महीने में भी बोया जा सकता है।
सेवण घास (Sewan Grass) शुष्क क्षेत्रों में पाए जाने वाले पशुओं के लिए एक महत्वपूर्ण चारा घास है। इसमें कई अच्छी किस्में जैसे मारवाड़ अंजन, बिलोइला, मोलोएपो, कैजरी-76, कैजरी-358 आदि शामिल हैं, जो सूखे और कठोर परिस्थितियों में भी अच्छी तरह से विकसित हो सकती हैं और पशुधन के लिए पौष्टिक चारा प्रदान कर सकती हैं।
सेवण घास (Sewan Grass) को तैयार होने में 2-4 साल का समय लगता है। इसे बुआई के 90 दिनों के बाद पहली कटाई की जा सकती है।
सेवण घास (Sewan Grass) से लगभग 10 से 20 साल तक चारा मिल सकता है। यह एक बारहमासी घास है, जिसका मतलब है कि यह एक से अधिक वर्ष तक जीवित रहती है। इसके अलावा, सेवण घास की जड़ें 5-6 साल तक सूखती नहीं हैं, जिससे यह एक सूखा-प्रतिरोधी पौधा बन जाता है।
सेवण घास (Sewan Grass) की सिंचाई आमतौर पर मौसम और फसल की स्थिति के अनुसार की जाती है। पहली सिंचाई रोपण के तुरंत बाद करनी चाहिए। वर्षा ऋतु में सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन गर्मी के मौसम में 3-4 बार और शरद ऋतु में दो बार सिंचाई पर्याप्त रहती है।
सेवण घास (Sewan Grass) में अच्छी फसल के लिए 40 किलोग्राम नाइट्रोजन और 20 किलोग्राम फास्फोरस प्रति हैक्टर देना उचित होता है। नाइट्रोजन का 20 किलोग्राम हिस्सा बुआई के समय ही खेत में डालना चाहिए, और बाकी का 20 किलोग्राम एक महीने की फसल होने के बाद टॉप ड्रेसिंग के रूप में देना चाहिए।
सेवण घास (Sewan Grass) को खेत में लगाने के 50 से 60 दिनों बाद प्रथम कटाई अगस्त के अंत में तथा दूसरी नवंबर में उपयुक्त रहती है। शीतकालीन वर्षा होने पर तीसरी कटाई मार्च-अप्रैल में करनी चाहिए। सिंचाई की सुविधा होने पर चौथी कटाई जून के अंत में की जा सकती है। चारा घास लगाने के बाद पहले वर्ष में खेत में पशुओं को नहीं चराना चाहिये।
सेवण घास (Sewan Grass) से प्रति हेक्टेयर लगभग हरे चारे की 50 से 60 टन, 40 से 100 क्विंटल सूखा चारा और 20 से 25 किग्रा बीज प्राप्त होता है। अच्छी उपजाऊ और रेतीली भूमि में यह उत्पादन 100 क्विंटल तक भी जा सकता है, जबकि कम बारिश की स्थिति में यह 35-40 क्विंटल तक सीमित रह सकता है।
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