
Bird of Paradise Cultivation in Hindi: अपने अद्भुत जीवंत फूलों और अनूठी संरचना के लिए प्रसिद्ध बर्ड ऑफ पैराडाइज ने बागवानी विशेषज्ञों और बागवानी प्रेमियों, दोनों का ही दिल जीत लिया है। उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों का मूल निवासी, यह विदेशी पौधा भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, जहाँ इसके मनमोहक फूल परिदृश्यों और बगीचों में सुंदरता का स्पर्श जोड़ते हैं।
जैसे-जैसे देश में सजावटी बागवानी में रुचि बढ़ रही है, बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की खेती उत्पादकों के लिए चुनौतियाँ और अवसर दोनों प्रस्तुत कर रही है। इस लेख का उद्देश्य भारत में बर्ड ऑफ पैराडाइज की खेती के आवश्यक पहलुओं का पता लगाना है, जिसमें आदर्श वृद्धि परिस्थितियाँ, प्रसार तकनीकें, मिट्टी की आवश्यकताएँ, कीट प्रबंधन और मौसमी देखभाल शामिल हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable climate for Bird of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधे गर्म, आर्द्र, उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में, जहाँ तेज, अप्रत्यक्ष धूप और 65-80°F (18-27°C) के बीच तापमान होता है, पनपते हैं। हालाँकि, ये अनुकूलनशील होते हैं और अगर इन्हें सीधी ठंडी हवाओं से दूर रखा जाए, तो ठंडी, शुष्क परिस्थितियों को भी सहन कर सकते हैं।
इन्हें अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और लगातार पानी की जरूरत होती है, जिससे पानी देने के बीच मिट्टी सूख सके, और इन्हें उपयुक्त जलवायु में गमलों में या बाहर उगाया जा सकता है। यह पाले के प्रति अति संबेदनशील होता है तथा पाले से पौधों को काफी नुकसान होता है। जिन स्थानों में सर्दियों में अधिक पाला गिरता है वहाँ इसे पाले से बचाव की आवश्यकता होती है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के लिए भूमि का चयन (Selection of land for Bird of Paradise)
जैव पदार्थों युक्त बलुई दोमट मिट्टी जिसमें पानी न ठहरता हो बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की खेती के लिये उपयुक्त होती है। मिट्टी का पीएच 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए। पौधों की अच्छी बढ़वार व पुष्प उत्तपादन के लिये भूमि की तैयारी करते समय अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। क्योंकि इसकी जड़ें गूदेदार, मोटी व अधिक गहराई तक जाती हैं।
कठोर व जलोढ़ मृदा में इसके पौधों व जड़ों का विकास अच्छी प्रकार से नहीं हो पाता व पुष्प उत्पादन प्रभावित होता है। इसलिए बर्ड ऑफ पैराडाइज के पौधे लगाने के लिये भूमि का चयन अत्यन्त बिचार एवं सावधानी पूर्वक करना चाहिये। क्योंकि पौधों में काफी समय बाद फूल आते हैं व लम्बे समय तक चलते रहते हैं। बार-बार स्थान परिवर्तन से पौधों की बड़वार व उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के लिए खेत की तैयारी (Field Preparation for Bird of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के लिए खेत तैयार करने के लिए, मिट्टी को 12 इंच गहराई तक जोत लें, फिर जल निकासी और उर्वरता बढ़ाने के लिए 4 इंच उपजाऊ कम्पोस्ट या अन्य जैविक पदार्थ मिलाएँ। मिट्टी नम, अच्छी जल निकासी वाली और थोड़ी अम्लीय से लेकर तटस्थ पीएच वाली होनी चाहिए।
व्यावसायिक खेती के लिए, प्रति वर्ग मीटर 4 पौधों की सघनता पर या 60×60 सेमी की दूरी पर पौधे लगाएँ, यह सुनिश्चित करते हुए कि क्षेत्र में पूरी धूप हो और तेज हवाओं से सुरक्षा हो। इसके लिए 60x60x60 सेमी के गड्ढे तैयार करके उनमें मिट्टी, रेत और गोबर की खाद का 1:1:1 अनुपात में मिश्रण भर दें।
बर्ड ऑफ पैराडाइज की उन्नत किस्में (Improved varieties of Bird of Paradise)
हालाँकि बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की आधिकारिक तौर पर कोई उन्नत किस्म पंजीकृत नहीं हैं, फिर भी आप क्रेन फ्लावर (स्ट्रेलित्ज़िया रेजिना) और जायंट बर्ड ऑफ पैराडाइज (स्ट्रेलित्ज़िया निकोलाई) जैसी सामान्य और संकर किस्में प्राप्त कर सकते हैं।
स्ट्रेलित्ज़िया जुन्सिया, स्ट्रेलित्ज़िया कॉडाटा और स्ट्रेलित्ज़िया अल्बा जैसी अन्य कम प्रचलित प्रजातियाँ भी उपलब्ध हैं, साथ ही स्ट्रेलित्ज़िया रेजिनाई की विशिष्ट किस्में, जैसे ‘मंडेलाज गोल्ड’ और ‘रोजा’ भी उपलब्ध हैं। बर्ड ऑफ पैराडाइज की किस्मों पर अधिक विवरण इस प्रकार है, जैसे-
स्ट्रेलित्ज़िया रेजिनाई (क्रेन फ्लावर): यह सबसे अधिक पहचाना जाने वाला प्रकार है, जो अपने चमकीले नारंगी और नीले फूलों के लिए जाना जाता है, जो उड़ते हुए पक्षी जैसे लगते हैं।
स्ट्रेलित्ज़िया निकोलाई (जायंट बर्ड ऑफ पैराडाइज): एक बड़ी प्रजाति जिसके राजसी, केले जैसे पत्ते और आकर्षक नीले-नारंगी फूल होते हैं।
स्ट्रेलित्ज़िया जुन्सिया: बाजार में उपलब्ध एक और बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की प्रजाति है।
स्ट्रेलित्ज़िया कॉडाटा: भारत में उपलब्ध बर्ड ऑफ पैराडाइज की प्रजातियों में से एक है।
स्ट्रेलित्ज़िया अल्बा: एक सफेद फूल वाला प्रकार जिसका कभी-कभी जिक्र होता है।
‘मंडेलाज गोल्ड’: सुनहरे पीले फूलों वाली स्ट्रेलित्ज़िया रेजिनाई की एक किस्म है।
‘रोजा’: स्ट्रेलित्ज़िया रेजिनाई की एक गुलाबी रंग की बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) किस्म है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज की बुवाई का समय (Time of sowing of Bird of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधों को लगाने या रोपने का सबसे अच्छा समय है बसंत के अंत या गर्मी की शुरुआत में, जब पाला पड़ने का खतरा खत्म हो जाए। घर के अंदर बीज बोने का सबसे अच्छा समय पतझड़ के अंत में (सितंबर से नवंबर) होता है, ताकि सर्दियों में पौधे को बढ़ने का मौका मिल सके और वसंत में आप उन्हें बाहर लगा सकें।
हालाँकि पर्वतीय क्षेत्रों में जब न अत्यधिक गर्मी व सर्दी होती हो तब बर्ड ऑफ पैराडाइज को भूमि में लगाना चाहिए। पर्वतीय क्षेत्रों में इसे लगाने का सबसे उपयुक्त समय फरवरी – मार्च व अक्तूबर – नवम्बर होता है। पौधों के स्थापित होने व अच्छी बढ़वार के लिये 20 से 25 डिग्री सेंग्रे से ऊपर का तापमान अच्छा होता है। इस ताप पर पौधे सुगमता पूर्वक भूमि में स्थापित हो जाते हैं व बढ़ने लगते हैं तथा नई पत्तियां निकल नें लगती हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के पौधे तैयार करना (Preparation of Bird of Paradise Plants)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) को दो विधियों द्वारा प्रवर्धित किया जाता है। बीजों द्वारा तथा क्लंपों के विभाजन द्वारा बीजों द्वारा तैयार पौधों में व्यापारिक उत्पादन आने तक 5 से 6 वर्ष का समय लग जाता है। व्यावसायिक पुष्प उत्पादन के लिये क्लंपों को विभक्त करके लगाना ही सबसे अच्छा होता है।
क्लंपों द्वारा लगाये गये पौधों में दूसरे वर्ष से ही पुष्प उत्पादन प्रारम्भ हो जाता है, अगर वे 5 से 6 वर्ष या उससे अधिक पुराने पौधों से तैयार किये गये हों। इस विधि द्वारा बर्ड ऑफ पैराडाइज के पौधे बनाने के लिये पुराने पौधों को भूमि से सावधानी पूर्वक निकालकर क्लंपों को इस प्रकार से अलग करना चाहिये।
ताकि प्रत्त्येक विभक्त क्लम्प पर 4-6 पत्तियां, कुछ नई जड़ें व अन्त: भूस्तरी तने का कुछ भाग अवश्य हो। अन्यथा पौधे कम सफल होंगे। प्रति पौधा क्लंपों की संख्या पौधों की उम्र व बढ़वार पर निर्भर करती है। जितने वर्ष पुराना पौधा होगा उतने अधिक क्लम्प बनेंगे व पुष्प उत्पादन जल्दी होगा।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के पौधे लगाने की विधि (Method of planting Bird of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधे बहुवर्षीय गहरी जड़ों वाले, फैलने वाले व लम्बे समय तक फूल देने वाले होते हैं। इसलिये भूमि की तैयारी व लगाने की दूरी का क्लंप व पुष्प उत्पादन पर मुख्य रूप से प्रभाव पढ़ता है। कम संख्या में पौधों को बड़े गमलों व ड्रमों में लगाया जा सकता है या फिर भूमि पर 40-50 सेंमी गहरे व 60-75 सेंमी की दूरी पर बनें गड्डों में लगाना चाहिये।
गड्डों में अच्छी प्रकार से सड़ी गोबर की खाद, मिट्टी व रेत 1:1:1 के अनुपात में अच्छी प्रकार से मिलाकर पौधों को लगाने से 20-30 दिनों पूर्व भर कर उनमें खुला पानी लगा देना चाहिए। पौधों को गड्डों के मध्य में लगाकर सिंचित कर देना चाहिये। व्यावसायिक खेती के लिये 50-60 सेंमी गहरी व लम्बी नालियाँ खोदकर उनमें सड़ी गोबर की खाद, मिट्टी व रेत उपरोक्त अनुपात में भर देना चाहिये व खुला पानी देना चाहिये, ताकि मिट्टी भली भांति बैठ जाये।
दो नालियों व पौधों के मध्य कम से कम 75 सेंमी का अन्तर रखना चाहिये। बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) में एक ही भूमि की तैयारी की आवश्यकता होती है व उसके बाद पौधों की सिर्फ देख रेख की जरूरत होती है, इस लिए जैव पदार्थ की मात्रा भूमि की तैयारी में कमी नहीं होनी चाहिये।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में खाद और उर्वरक (Manure and Fertilizer in Bird of Paradise)
भूमि की तैयारी व बर्ड ऑफ पैराडाइज के पौधों को लगाते समय अगर जैव पदार्थों की मात्रा उचित रूप से दी गई हो तो पौधों का विकास अच्छी प्रकार से होता है। इस पुष्प फसल को उर्वरकों की अधिक आवश्यकता नहीं होती। खाद्य पदार्थों को तरल रूप में देने से पौधों की बढ़वार व पुष्प उत्तपादन अच्छा होता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) में सुपर फॉसफेट 6 ग्राम तथा पोटेशियम नाइट्रेट 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर 15-20 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करने पर बहुत उपयोगी पाया गया ।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में सिंचाई प्रबंधन (Irrigation Management in Bird of Paradise)
इस फसल को अत्यधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती। सिंचाई की आवश्यकता पौधों की उम्र व आसपास की भूमि पर निर्भर करती है। प्रारम्भिक वर्षों में गर्मियों में पानी उचित रूप से देना चाहिये। खेत में पानी का जमाव अधिक समय तक नहीं होना चाहिये।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की फसल में भूमि की स्थिति व मौसम के अनुरूप खुला पानी दिया जाता है। हालाँकि ड्रिप सिंचाई का उपयोग जलभराव को रोकने और मिट्टी में आवश्यक नमी बनाए रखने में मदद करता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में खरपतवार नियंत्रण (Weed Control in Bird of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधे के आस-पास खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए, मिट्टी गीली होने पर, हाथ से उखाड़कर या खोदकर खरपतवारों को हटाने को प्राथमिकता दें। ज्यादा कठोर खरपतवारों के लिए, खरपतवार की ताजी कटी हुई सतह पर ग्लाइफोसेट या ट्राइक्लोपायर जैसे सिस्टमिक शाकनाशी के साथ “कट एंड पेस्ट” का इस्तेमाल करें, ध्यान रखें कि बर्ड ऑफ पैराडाइज के संपर्क में न आएँ।
आप जीवित मल्च का इस्तेमाल करके या जड़ों को कमजोर करने के लिए मिट्टी को काले प्लास्टिक से ढककर भी खरपतवारों की वृद्धि को रोक सकते हैं। बड़े खरपतवारों के संक्रमण को हटाने का एक ज्यादा प्रभावी तरीका मृदा सौरीकरण है, जिसमें आप मिट्टी को लंबे समय तक प्लास्टिक से ढकते हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में डिसबडिंग (Disbudding in Bird of Paradise crop)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के लिए डिस्बडिंग कोई मानक बागवानी शब्द नहीं है, इसके बजाय, उत्पादक आमतौर पर स्वस्थ नई वृद्धि को प्रोत्साहित करने और पौधे की सुंदरता बनाए रखने के लिए मुरझाए हुए फूलों के डंठलों और पुरानी पत्तियों को हटाने के लिए छंटाई या डेडहेडिंग का उपयोग करते हैं। डेडहेडिंग के लिए, फूलों का मौसम खत्म होने के बाद, मुरझाए हुए फूलों के डंठलों को पौधे के आधार तक तेज कैंची से काट दें।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में स्टैकिंग (Stacking in Birds of Paradise Crop)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की खेती के संदर्भ में “स्टैकिंग” का अर्थ संभवतः ऊँचे फूलों के डंठलों को सीधा रखने के लिए उन्हें सहारा देना है, जो पौधों के साथ लोहे के खंभों द्वारा समर्थित रस्सियों की पंक्तियों की व्यवस्था से प्राप्त किया जा सकता है, या एक साथ कई पौधे लगाकर एक सघन, अधिक स्थिर समूह बनाया जा सकता है। “स्टैकिंग” का एक अन्य अर्थ एक ही गमले में कई पौधे एक साथ लगाना भी हो सकता है ताकि वे अधिक भरे हुए दिखें और बेहतर विकास करें।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में कीट नियंत्रण (Pest control in Birds of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज फूल के पौधों पर कीटों का प्रकोप कम होता है। कभी-कभी पौधों पर स्केल पत्तियों के निचले हिस्से व तनों तथा फलियों पर छोटे-छोटे सफेद धब्बों की तरह दिखता है। पौधों पर कभी रोएंदार इल्ली का प्रकोप होता है, जो फूलों, पत्तियों व बीज की फलियों को हानि पहुंचाते हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) में कीट दिखने पर रोगर, मैलाथियोंन व अन्य कीट नाशकों को 2 मिली प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करने से ज्यादातर कीट नियंत्रित हो जाते हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज में रोग नियंत्रण (Disease control in Birds of Paradise)
बर्ड ऑफ पैराडाइज में लगने वाले रोगों का मुख्य कारण फफूँद व बैक्टीरिया होते हैं। इसके ज्यादा तर रोग बीज या मिट्टी के द्वारा फैलते हैं जिन का मुख्य कारण फ्यूजेरियम प्रजातियाँ होती हैं। जड़ों में गलन, पौधों का सुस्त दिखना पत्तियों का मुरझाना व तनों और फूलों की पंखुड़ियों पर काले धब्बों का दिखना इन रोगों के मुख्य लक्षण हैं।
ऐसे बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधों को मिट्टी सहित निकाल कर जला देना चाहिये। समय-समय पर फफूँदनाशकों का छिड़काव करते रहने पर रोग को कम व फैलने से बचाया जा सकता है। रोग मुक्त पौध व भूमि उपचार रोग नियंत्रण के सबसे प्रभावकारी उपाय हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज के फूलों की कटाई (Cutting of Bird of Paradise flowers)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के फूलों की कटाई ज्यादातर पहले फूल के खिलने पर की जाती है। अधिक दूरियों पर फूल भेजने के लिये जब फूल का रंग दिखने लगे व लगभग खिलने वाला हो तब काटना चाहिये। अगर फूल को ज्यादा सख्त अवस्था में काटा जायेगा तो वह गुलदस्ते में भलि भांति खिल नहीं पायेगा । व्यापारिक खेती में फूलों की कटाई की सही अवस्था का अत्यधिक महत्व है ।
बर्ड ऑफ पैराडाइज की फसल से पैदावार (Yield from Birds of Paradise crop)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के फूलों का उत्तपादन पौधों की आयु बढ़वार पर मुख्य रूप से निर्भर करता है। जितना अधिक उम्र व बृद्धि पौधे की होगी उतना अधिक पुष्प उत्तपादित करेगा। पौधे में वर्ष भर में जितनी नई पत्तियाँ निकलेंगी उतने ही पुष्प उत्पादित होंगे। क्योंकि प्रत्येक पत्ती के अक्ष में एक फूल का विकास होता है।
जब वर्ष में प्रति पौधा 8-10 पुष्प निकल ने लगें तब फसल आर्थिक रूप से सफल समझी जाती है। फूल का विकाश प्रत्तेक पत्ती के अक्ष में प्रारंभ होता है तथा इसे पत्ती से बाहर आने में 12 से 14 माह का समय लग जाता है तथा पत्ती के बाहर दिखने से लेकर खिलने तक और 3 से 4 माह का समय लगता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न? (FAQs)
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की बागवानी के लिए, इसे बीज या पौधे के हिस्सों से उगाया जा सकता है, लेकिन व्यावसायिक रूप से पौधे के हिस्सों से उगाना अधिक तेज होता है। इसके लिए पोषक तत्वों से भरपूर, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और अच्छी धूप की आवश्यकता होती है। रोपण के बाद नियमित रूप से पानी दें और बढ़ते मौसम के दौरान हर तीन महीने में खाद डालें। सूखी पत्तियों और पुराने फूलों के डंठलों को हटाते रहें ताकि फंगस का संक्रमण न हो।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) को उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय जलवायु पसंद होती है, जहाँ गर्म और आर्द्र वातावरण हो, और जहाँ तापमान 65°F (18°C) से 80°F (27°C) के बीच रहे। इसे तेज, अप्रत्यक्ष धूप की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्म क्षेत्रों में दोपहर की तेज धूप से पत्तियों को बचाने के लिए कुछ छाया की जरूरत पड़ सकती है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के लिए अच्छी मिट्टी में अच्छी जल निकासी और पोषक तत्वों से भरपूर जैविक पदार्थ होने चाहिए, जैसे कि बलुई दोमट मिट्टी, जिसमें कम्पोस्ट या अन्य खाद मिलाई गई हो, और मिट्टी थोड़ी अम्लीय से तटस्थ पीएच वाली होनी चाहिए।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की दो मुख्य और सबसे अच्छी किस्में हैं: स्ट्रेलित्ज़िया रेजिना, जो अपने नारंगी और नीले फूलों के लिए सबसे प्रसिद्ध है, और स्ट्रेलित्ज़िया निकोलाई, जिसे विशालकाय बर्ड ऑफ पैराडाइज भी कहते हैं और जिसके फूल सफेद होते हैं। रेजिना छोटा होता है और फूल बेचने वालों के बीच बहुत लोकप्रिय है, जबकि निकोलाई बहुत बड़ा होता है और इसके पत्ते केले के पत्तों की तरह होते हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु के बाद और गर्मी शुरू होने से पहले का समय है, खासकर पाला पड़ने के बाद। यह समय पौधे को जड़ें जमाने और बढ़ते मौसम में विकसित होने के लिए पर्याप्त अवसर देता है। यदि आप बीज से शुरुआत कर रहे हैं, तो सितंबर से नवंबर के महीने सर्वोत्तम होते हैं, ताकि बीजों को पूरी सर्दी बढ़ने का मौका मिल सके और वसंत में उन्हें प्रत्यारोपित किया जा सके।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) का प्रसार बीजों या वानस्पतिक विधियों, जैसे कि विभाजन, के माध्यम से किया जा सकता है। बीजों को नम मिट्टी में बोना चाहिए, जबकि विभाजन शुरुआती वसंत में किया जाना चाहिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक भाग में जड़ें और अंकुर हों ताकि सफल रोपण हो सके।
यह बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के पौधों के प्रकार, उनकी प्रजाति और खेती के उद्देश्य पर निर्भर करेगा, लेकिन व्यावसायिक खेती के लिए प्रति वर्ग मीटर 4 पौधे लगाने की सिफारिश की जाती है, जिसमें पौधों के बीच की दूरी लगभग 60 x 60 सेमी रखी जाती है, जो प्रति एकड़ लगभग 15,000 से 16,000 पौधों के बराबर होगा।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के बाग की निराई-गुड़ाई (खर-पतवार निकालना) करने के लिए, खरपतवारों को हाथ से जड़ से उखाड़ दें और मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए गीली घास (मल्च) की परत बिछा दें। साथ ही, पौधे की पुरानी या पीली पत्तियों और तनों को छांट दें, क्योंकि यह हवा का संचार बढ़ाता है और स्वस्थ वृद्धि को बढ़ावा देता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के लिए एक संतुलित या फूलों वाले पौधों के लिए बना, धीमे-धीरे निकलने वाला उर्वरक सबसे अच्छा होता है, क्योंकि यह जड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना पौधे को लंबे समय तक पोषण देता है। नाइट्रोजन-युक्त उर्वरकों से बचें, जो पत्तियों के विकास को बढ़ावा देते हैं, और इसके बजाय संतुलित एनपीके अनुपात वाले उर्वरक का चयन करें। बढ़ते मौसम के दौरान हर दो से चार सप्ताह में तरल उर्वरक दें, या धीरे-धीरे निकलने वाले दानेदार उर्वरक का प्रयोग वसंत ऋतु की शुरुआत में करें।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) को मिट्टी की नमी देखकर पानी दें, जब मिट्टी का ऊपरी एक इंच सूख जाए, तब अच्छी तरह से पानी दें। ज्यादा पानी देने से बचें, क्योंकि इससे जड़ों में सड़न हो सकती है। सर्दियों में कम पानी दें, और पानी देने से पहले मिट्टी को अच्छी तरह सूखने दें।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की छंटाई मुख्य रूप से वसंत ऋतु में मुरझाए हुए फूलों और क्षतिग्रस्त या पुराने पत्तों को हटाने के लिए की जाती है। इसके लिए साफ, तेज कैंची का उपयोग करें और तने के आधार के जितना हो सके करीब से काटें। नियमित रूप से छंटाई करने से पौधे को ऊर्जा नए विकास के लिए मिलती है और यह घना और सुंदर दिखता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के आम कीटों में एफिड्स, मीलीबग्स और स्पाइडर माइट्स शामिल हैं, जो पौधे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। नियमित निगरानी और जैविक कीटनाशकों या नीम के तेल का उपयोग इन कीटों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के प्रमुख रोगों में जड़ सड़न, फ्यूजेरियम विल्ट, पत्ती धब्बे, और बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट शामिल हैं। जड़ सड़न आमतौर पर मिट्टी में बहुत अधिक पानी देने से होती है, जबकि पत्ती धब्बे फंगल संक्रमण के कारण होते हैं। फ्यूजेरियम विल्ट और बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट पत्तों के पीले पड़ने, मुरझाने और धब्बों का कारण बन सकते हैं।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) के फूलों की कटाई का सबसे अच्छा समय तब होता है जब फूल पूरी तरह से खिले हों, लेकिन फिर भी जीवंत हों। यह आमतौर पर देर से गर्मियों से लेकर पतझड़ की शुरुआत तक होता है, जिससे फूलों की सजावट में बेहतरीन प्रदर्शन और लंबे समय तक टिकने का मौका मिलता है।
बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) की उपज पौधे की आयु, स्वास्थ्य और खेती की स्थितियों पर निर्भर करती है, लेकिन एक स्वस्थ और स्थापित पौधा प्रति वर्ष 10-15 फूल पैदा कर सकता है, जबकि कुल मिलाकर यह अपने पूरे जीवनकाल में 6-7 फूल प्रति पौधे का उत्पादन कर सकता है। उर्वरक और अनुकूलतम खेती के तरीकों का उपयोग करके अधिक उत्पादकता प्राप्त की जा सकती है।
हाँ, बर्ड ऑफ पैराडाइज (Bird of Paradise) को निश्चित रूप से गमलों या कंटेनरों में उगाया जा सकता है, खासकर अगर आप ठंडे मौसम वाले क्षेत्र में रहते हैं। कंटेनर में उगाने पर, सुनिश्चित करें कि गमला पर्याप्त बड़ा हो, अच्छी जल निकासी वाले छेद हों, और पौधे को भरपूर धूप और गर्म वातावरण मिले।
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